लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का जेडीयू के समर्थान देने पर प्रशांत किशोर ने नाराजगी जताई है। जेडीयू सांसद राजीव सिंह रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि यह बिल खास लोगों को सम्मानित करने के लिए नहीं है। यह बिल धर्मनिरपेक्षता के पक्ष में है।
जेडीयू द्वारा इस बिल के समर्थन के बाद विवाद शुरू हो गया है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने इस पर सवाल उठा दिए हैं और कहा है कि यह पूरी तरह से पार्टी के संविधान के खिलाफ जाकर काम हुआ है।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा है कि यह देखकर निराशा हुई कि JDU सिटीजन अमेंडमेंट बिल का समर्थन कर रही है जो धर्म के आधार पर नागरिकता के अधिकार में भेदभाव है।
यह पार्टी के संविधान के असंगत है जो पहले पेज पर तीन बार धर्मनिरपेक्ष शब्द का इस्तेमाल किया है और नेतृत्व जिसे कथित रूप से गांधीवादी आदर्शों द्वारा निर्देशित है।